लड़कियों से दोस्ती बनाए रखना है तो अपनाएं ये 5 नियम, बहुत काम के हैं अनकहे नियम
लड़का और लड़की के बीच दोस्ती एक खूबसूरत रिश्ता हो सकता है, लेकिन इसे संतुलित और स्वस्थ बनाए रखने के लिए कुछ सीमाओं का पालन करना जरूरी होता है। इन सीमाओं में आपसी सम्मान, विश्वास, व्यक्तिगत स्पेस और स्पष्ट संवाद शामिल हैं। यदि दोस्ती में इन पहलुओं का ध्यान नहीं रखा जाए, तो गलतफहमियां और असहजता उत्पन्न हो सकती है। इस लेख में हम उन महत्वपूर्ण सीमाओं पर चर्चा करेंगे जो लड़का और लड़की की दोस्ती को सकारात्मक और टिकाऊ बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।

लड़कियों से दोस्ती बनाए रखना है तो अपनाएं ये 5 नियम: रोहन और ईशा बचपन के दोस्त थे। वे साथ में मौज-मस्ती करते थे और अपने दिल की हर बात शेयर करते थे। एक दिन आयुष ने झल्लाहट में कहा, “लड़कियों से मेरी दोस्ती ज़्यादा दिन नहीं चलती”। इस पर उसकी दोस्त ईशा ने कहा, “तुम्हें पाँच नियम मानने होंगे, तभी तुम्हारी दोस्ती टिकेगी। तुम सिर्फ़ लड़कियों के साथ टाइम पास करो। दोस्ती करो तो पूरे दिल से करो और जो नियम मैं बताऊँगी, उनका पालन करो।”
दोस्ती कई वजहों से हो सकती है लेकिन किसी भी रिश्ते में भरोसा, सम्मान और सीमाएँ बहुत अहम भूमिका निभाती हैं। जब हम किसी से दोस्ती करते हैं तो हम एक-दूसरे के प्रति सम्मान, सहयोग और समझ बनाने की कोशिश करते हैं। पुरुषों की दोस्ती थोड़ी अलग होती है, जबकि अगर कोई पुरुष किसी लड़की से दोस्ती करता है तो उसे अलग-अलग बातों का ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि लड़के और लड़कियाँ दोनों ही काफ़ी अलग होते हैं।
जब कोई पुरुष किसी महिला से दोस्ती करता है तो मनोविज्ञान के अनुसार उस दोस्ती में कुछ सीमाएँ तय करना ज़रूरी होता है। रिश्ते में स्पष्टता बनाए रखनी चाहिए। कोई असहज स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए। रिश्तों में सीमाएँ तय करना और मज़बूत रिश्ता बनाए रखना एक स्वस्थ रिश्ते को बनाए रखने में मदद करता है। मनोविज्ञान के अनुसार, जब कोई पुरुष और महिला अपनी दोस्ती को लेकर स्पष्ट सीमाएँ तय करते हैं, तो दोस्ती में पारदर्शिता, समझदारी और सम्मान आता है। ये सीमाएँ रिश्ते को ईमानदार बनाए रखती हैं और किसी भी तरह की गलतफहमी से बचा जा सकता है।
किसी भी रिश्ते में भावनात्मक सीमाएँ तय करना ज़रूरी है। जब कोई पुरुष किसी महिला से दोस्ती करता है, तो उसे अपनी भावनाओं को संतुलित रखना चाहिए। कई बार लोग अपनी निजी समस्याओं को अपने विपरीत लिंग के दोस्त से ज़्यादा शेयर करने लगते हैं, यह भावनात्मक निर्भरता का रूप ले सकता है। बहुत ज़्यादा भावनात्मक निर्भरता से बचें, कुछ सीमाएँ तय करें, अपनी भावनाओं को काबू में रखें, किसी भावनात्मक कमज़ोरी के कारण अपनी दोस्ती को अलग मोड़ देने की कोशिश न करें। अगर आप किसी महिला से सिर्फ़ दोस्ती कर रहे हैं, तो अपनी निजी बातें ज़्यादा शेयर न करें। दोस्ती को एक सीमित दायरे में रखें। इससे आपकी दोस्ती लंबे समय तक टिकेगी।
दोस्ती में शारीरिक सीमाएँ तय करना बहुत ज़रूरी है। इससे पुरुष और दोस्त दोनों सहज और सम्मानित महसूस करेंगे। कई बार कुछ शारीरिक संकेत अनजाने में गलतफहमी का कारण बन सकते हैं। इसलिए पुरुषों को अपनी महिला मित्रों के साथ शारीरिक संपर्क सीमित रखना चाहिए जैसे बार-बार गले लगना, बहुत पास आना या हाथ पकड़ना। अपनी महिला मित्र की निजी जगह का सम्मान करें। ऐसा कोई इशारा न करें जिससे आपकी महिला मित्र असहज महसूस करे।
किसी भी दोस्ती में सबसे महत्वपूर्ण चीज है विश्वास और पारदर्शिता। अगर रिश्ते में ईमानदारी और पारदर्शिता बनी रहे तो सीमाएं तय करना आसान हो जाता है। अगर आप किसी महिला से दोस्ती करते हैं तो दोस्ती के बारे में अपने साथी को जरूर बताएं। अपने प्रेमी से झूठ न बोलें और अगर आपको अपनी दोस्ती में कोई बदलाव महसूस हो या आपका झुकाव अपनी दोस्त की तरफ हो रहा हो तो इस बात को स्वीकार करें और सही फैसला लें।
जब आपकी दोस्ती बहुत गहरी हो जाती है तो कई बार व्यक्ति दूसरी जरूरी बातों को नजरअंदाज कर देता है। किसी भी रिश्ते में संतुलन बनाए रखने के लिए समय सीमा तय करना जरूरी है। ध्यान रखें कि पुरुष को अपनी महिला मित्र को बेवजह ज्यादा समय नहीं देना चाहिए ताकि आप दूसरी जिम्मेदारियां भी निभा सकें। जरूरत के हिसाब से ही फोन कॉल और चैट को सीमित रखें। अपनी निजी जिंदगी और दोस्ती के बीच संतुलन बनाए रखें।
किसी भी रिश्ते में पैसों का ज्यादा लेन-देन रिश्ते को खतरे में डाल सकता है। दोस्ती में इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि आर्थिक निर्भरता न हो, नहीं तो भविष्य में इस रिश्ते में विवाद पैदा हो सकते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि ज़रूरत से ज़्यादा न तो उधार लें और न ही दें। अगर किसी ख़ास मौके पर खर्च करना पड़े तो उसे संतुलित रखें। दोस्ती को आर्थिक लाभ-हानि से अलग रखें।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या उपचार का विकल्प नहीं हो सकता। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।